प्रकाशित: 07-11-2025: 06:00

कल का बाजार अस्थिर रहा, जिसमें विदेशी निवेशकों की बिकवाली से सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आई, लेकिन कुछ कंपनियों के मजबूत तिमाही नतीजों ने उम्मीद जगाई। कुल मिलाकर, बाजार पर वैश्विक संकेतों का असर पड़ा, जहां रुपए की कमजोरी और FII की निकासी प्रमुख थीं, जबकि घरेलू निवेशकों ने सहारा दिया। यह सब आपके निवेशों को प्रभावित कर सकता है, इसलिए सतर्क रहें और लंबी अवधि पर फोकस करें।

  • बाजार में गिरावट जारी
  • रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर
  • FII निकासी बढ़ी
  • कुछ कंपनियां मजबूत नतीजे
  • वैश्विक संकेत नकारात्मक

सेंसेक्स 148 अंक गिरा, निफ्टी 25,510 से नीचे बंद

कल का ट्रेडिंग सेशन अस्थिर रहा, जहां ICICI बैंक जैसे बड़े शेयरों में बिकवाली से सेंसेक्स 148 अंक गिरकर 83,311 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 88 अंक गिरकर 25,510 पर पहुंचा, जो FII की लगातार निकासी और वैश्विक दबाव से हुआ। FII ने 1,067 करोड़ की बिकवाली की, जबकि DII ने 1,203 करोड़ की खरीदारी की, जो बाजार को थोड़ा सहारा दे रही है। यह गिरावट पिछले दो दिनों से जारी है, और अगर यह ट्रेंड रहा तो आपके पोर्टफोलियो पर असर पड़ सकता है, जैसे कि बैंकिंग सेक्टर में कम रिटर्न। हालांकि, एशियन पेंट्स और रिलायंस जैसे शेयरों ने बढ़त दिखाई, जो डिफेंसिव निवेशकों के लिए अच्छा संकेत है। वैश्विक बाजार मिश्रित रहे, लेकिन अमेरिकी बाजारों में बढ़त से आज सुधार की उम्मीद है। अगर आपका निवेश इंडेक्स फंड्स में है, तो थोड़ा इंतजार करें, क्योंकि लंबे समय में भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है। The Hindu BusinessLine, https://www.thehindubusinessline.com/markets/share-market-nifty-sensex-live-updates-06-november-2025/article70239975.ece

रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर के पास, सोने और शेयर बाजार पर असर

रुपया डॉलर के मुकाबले 88.61-88.80 के बीच घूम रहा है, जो सितंबर के रिकॉर्ड 88.97 के करीब है, और पिछले साल से 5% कमजोर हुआ। यह वैश्विक जोखिम, डॉलर की मजबूती और FII बिकवाली से हुआ, लेकिन RBI ने हस्तक्षेप कर इसे 88.80 से नीचे जाने से रोका। रुपए की कमजोरी से आयातित सोने की कीमतें बढ़ती हैं, जो आपके बचत के लिए सुरक्षित विकल्प बन सकता है, लेकिन शेयर बाजार पर दबाव डालती है, खासकर विदेशी निवेशकों की निकासी से। अगर रुपया 89 से नीचे जाता है, तो सोना 1,24,000 तक पहुंच सकता है, जो आपके गोल्ड इन्वेस्टमेंट को फायदा देगा। निर्यात वाली कंपनियां जैसे IT और फार्मा को फायदा होगा, लेकिन आयात पर निर्भर सेक्टर मुश्किल में पड़ सकते हैं। कुल मिलाकर, यह आपके पर्सनल फाइनेंस को प्रभावित करता है, जैसे कि विदेश यात्रा महंगी हो सकती है, इसलिए बजट पर नजर रखें। Livemint, https://www.livemint.com/market/commodities/rupee-hovers-near-record-low-how-depreciating-inr-impacts-gold-prices-and-stock-market-11762421937551.html

बाजार आउटलुक: FII निकासी के बीच रिकवरी की उम्मीद

भारतीय शेयर बाजार 6 नवंबर को सतर्कता के साथ सकारात्मक खुलने की उम्मीद है, लेकिन FII की लगातार बिकवाली से निफ्टी 25,600 से नीचे है। सेंसेक्स 519 अंक गिरा, और बैंक निफ्टी भी नीचे बंद हुआ, जो तकनीकी कमजोरी दिखाता है। FII ने नवंबर में 2,951 करोड़ की निकासी की, लेकिन DII ने 4,719 करोड़ की खरीदारी से सहारा दिया। वैश्विक रूप से अमेरिकी बाजार गिरे, लेकिन कच्चे तेल की कम कीमतें भारत के लिए अच्छी हैं, जो महंगाई कम कर सकती हैं। अगर FII निकासी जारी रही, तो बाजार और गिर सकता है, लेकिन DII का सपोर्ट इसे सीमित रखेगा, जो आपके लंबे समय के निवेश के लिए ठीक है। सेक्टर में कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और टेलीकॉम मजबूत रहे, इसलिए उनमें निवेश पर विचार करें। यह सब आपके लक्ष्यों से जुड़ा है, जैसे कि रिटायरमेंट फंड को सुरक्षित रखना। Bestmate Investment Services, https://www.bestmate.in/indian-market-outlook-for-november-6-2025-markets-eye-recovery-amid-persistent-fii-outflows-and-technical-consolidation/

पेटीएम, इंडिगो जैसे शेयरों पर नजर: तिमाही नतीजे घोषित

पेटीएम का Q2 मुनाफा 928 करोड़ से घटकर 21 करोड़ रह गया, लेकिन रेवेन्यू 24% बढ़ा, जो फिनटेक सेक्टर की चुनौतियां दिखाता है। इंडिगो का घाटा 986 करोड़ से बढ़कर 2,582 करोड़ हुआ, लेकिन रेवेन्यू 9% ऊपर है, जो एविएशन में दबाव दर्शाता है। डेल्हिवरी घाटे में चली गई, 10 करोड़ मुनाफे से 50 करोड़ घाटे में, लेकिन रेवेन्यू 17% बढ़ा। ग्रासिम का रेवेन्यू 17% और मुनाफा 76% बढ़ा, जो मजबूत प्रदर्शन है। ये नतीजे बाजार को प्रभावित कर सकते हैं, जैसे कि पेटीएम के शेयर गिर सकते हैं, लेकिन ग्रासिम जैसे मजबूत कंपनियां आपके पोर्टफोलियो को मजबूत रखेंगी। अगर आप इन सेक्टरों में निवेशक हैं, तो लागत औसत पर विचार करें। कुल मिलाकर, यह कॉरपोरेट स्वास्थ्य दिखाता है, जो आपके स्टॉक चुनने में मदद करेगा। Business Standard, https://www.business-standard.com/markets/news/stocks-to-watch-today-november-6-2025-paytm-indigo-delhivery-grasim-industries-125110600128_1.html

भारत के GCC वैश्विक लीडरशिप हब बन रहे

भारत के ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (GCC) बैक ऑफिस से लीडरशिप हब बन रहे हैं, जहां कंपनियां जैसे वेंगार्ड, मर्स्क सीनियर लीडर्स को यहां रख रही हैं। हैदराबाद और बेंगलुरु में लीडरशिप रोल्स दोगुने हो गए, और 1,800 GCC हैं, जो दुनिया के आधे हैं। यह AI और प्रोडक्ट इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में हो रहा है, जो भारत की टैलेंट पूल से फायदा उठा रहा है। इससे ऑफिस स्पेस डिमांड बढ़ी है, जो अर्थव्यवस्था को बूस्ट देगी, और आपके जॉब मार्केट में अवसर बढ़ाएगी। कंपनियां निवेश बढ़ा रही हैं, जो लंबे समय में GDP ग्रोथ को सपोर्ट करेगा। अगर आप टेक सेक्टर में हैं, तो यह आपके करियर गोल्स के लिए अच्छा है। हालांकि, शहरों में इंफ्रास्ट्रक्चर पर दबाव बढ़ सकता है। CNBC, https://www.cnbc.com/2025/11/06/cnbcs-inside-india-newsletter-indias-back-offices-are-evolving-into-leadership-hubs-for-global-companies.html

सन फार्मा का Q2 मुनाफा 2.6% बढ़ा

सन फार्मास्युटिकल का Q2 मुनाफा 3,118 करोड़ पहुंचा, जो पिछले साल से 2.6% ऊपर है, और रेवेन्यू 8.6% बढ़कर 14,478 करोड़ हुआ। यह फार्मा सेक्टर की मजबूती दिखाता है, जहां निर्यात फायदेमंद रहा। बाजार में यह शेयर फोकस में रहेगा, जो निवेशकों को आकर्षित कर सकता है। अगर रुपया कमजोर है, तो यह सेक्टर और फायदे में रहेगा, आपके म्यूचुअल फंड्स में अच्छा रिटर्न देगा। कंपनी की ग्रोथ निरंतर है, जो आपके हेल्थकेयर निवेश को सुरक्षित बनाती है। कुल मिलाकर, यह कॉरपोरेट नतीजों का सकारात्मक हिस्सा है। Zerodha Pulse, https://pulse.zerodha.com/

 


एम्बेसी REIT का Q2 रेवेन्यू 13% बढ़ा

एम्बेसी REIT का Q2 रेवेन्यू 1,124 करोड़ पहुंचा, 13% YoY ग्रोथ के साथ, और NOI 15% ऊपर। यह रियल एस्टेट सेक्टर की रिकवरी दिखाता है, जहां ऑफिस स्पेस डिमांड बढ़ी। GCC ग्रोथ से जुड़ा यह, अर्थव्यवस्था को बूस्ट देगा। आपके REIT निवेशों में अच्छा रिटर्न मिल सकता है, खासकर अगर आप डिविडेंड चाहते हैं। सेक्टर में विस्तार जारी है, जो जॉब क्रिएशन करेगा। अगर आप प्रॉपर्टी में रुचि रखते हैं, तो यह अच्छा संकेत है। Zerodha Pulse, https://pulse.zerodha.com/

रूस से कच्चे तेल का आयात स्थिर

अक्टूबर में भारत का रूस से कच्चा तेल आयात 1.62 मिलियन बैरल प्रति दिन रहा, 2.53% MoM ग्रोथ के साथ, जो घरेलू डिमांड से जुड़ा है। यह वैश्विक सप्लाई चेन दिखाता है, जहां कम कीमतें महंगाई कम कर सकती हैं। आपके फ्यूल खर्च पर असर पड़ेगा, जैसे कि पेट्रोल सस्ता हो सकता है। अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा, क्योंकि CAD कम होगा। अगर तेल कीमतें गिरती रहीं, तो ट्रांसपोर्ट सेक्टर मजबूत होगा। कुल मिलाकर, यह मैक्रो स्थिरता देता है। The Hindu BusinessLine, https://www.thehindubusinessline.com/multimedia/audio/top-business-market-headlines-today-bl-morning-report-nov-6-2025/article70245474.ece

SEBI म्यूचुअल फंड फीस कैप बढ़ाने को तैयार

SEBI म्यूचुअल फंड्स द्वारा ब्रोकरेज को दी जाने वाली फीस कैप बढ़ाने को खुला है, जो पिछले महीने कटौती का प्रस्ताव था। यह म्यूचुअल फंड स्ट्रक्चर में बदलाव का हिस्सा है। इससे इंडस्ट्री को राहत मिलेगी, और निवेशकों के लिए लागत प्रभावित होगी। अगर आप MF में निवेश करते हैं, तो फीस कम रहने से रिटर्न बेहतर होंगे। रेगुलेटरी बदलाव बाजार को मजबूत बनाएंगे। आपके फाइनेंशियल गोल्स के लिए महत्वपूर्ण। The Hindu BusinessLine, https://www.thehindubusinessline.com/markets/share-market-nifty-sensex-live-updates-06-november-2025/article70239975.ece

JSW ग्रुप पेंट्स में 6,500 करोड़ निवेश

JSW ग्रुप JSW पेंट्स में 6,500 करोड़ का कैपिटल इंफ्यूजन कर रहा है, जो बाजार पोजिशन मजबूत करेगा। यह कॉरपोरेट एक्सपैंशन दिखाता है, जो जॉब्स और ग्रोथ लाएगा। आपके इंडस्ट्रियल स्टॉक्स में फायदा हो सकता है। सेक्टर में कॉम्पिटिशन बढ़ेगा, लेकिन इनोवेशन से अर्थव्यवस्था को बूस्ट। अगर आप डाइवर्सिफाइड निवेशक हैं, तो नजर रखें। Economic Times, https://m.economictimes.com/