• इक्विटी फंड्स: उच्च रिटर्न, उच्च जोखिम, लंबी अवधि, बाजार उतार-चढ़ाव।
  • डेट फंड्स: नियमित आय, कम जोखिम, पूंजी संरक्षण, ब्याज दर संवेदनशीलता।
  • निवेश उद्देश्य: पूंजी वृद्धि बनाम नियमित आय।
  • जोखिम सहनशीलता: उच्च जोखिम इक्विटी, कम जोखिम डेट।
  • निवेश अवधि: इक्विटी लंबी अवधि, डेट छोटी-मध्यम अवधि।

  • म्यूचुअल फंड्स समझें: इक्विटी, डेब्ट, हाइब्रिड, और SIP जैसे प्रकारों को जानें।

  • KYC पूरा करें: आधार, पैन, और पते का प्रमाण आवश्यक।

  • निवेश लक्ष्य सेट करें: रिटायरमेंट, शिक्षा, या धन सृजन के लिए।

  • SIP से शुरू करें: ₹500-₹1000 से नियमित निवेश करें।

  • निवेश की निगरानी करें: नियमित रूप से प्रदर्शन की जांच करें।

  • निवेश से पहले पूरी रिसर्च करें।
  • खर्च अनुपात की तुलना करें।
  • पिछले प्रदर्शन के पीछे न भागें।
  • अपने पोर्टफोलियो को विविधीकृत करें।
  • नियमित समीक्षा और पुनर्संतुलन करें।